औरंगाबाद में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत
इंडियन माइंड डेस्क : औरंगाबाद में 8 मई की सुबह एक भयावह हादसा हुआ। मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूर की मौत हो गई।
घटना के बारे में बताया गया कि गुरुवार को 150 रोटियां और एक टिफिन चटनी लेकर भूसावल के सफर पर चले थे मध्यप्रदेश के 21 मजदूर। लेकिन उनमें से 16 के लिए ये आखिरी सफर बन गया। आंख खुली तो करीब रोटी और दूर लाशें दिखीं। बुधवार को प्लान बना कि अब घर जाना है, सो गुरुवार को सभी ने 150 रोटियां बनाईं। एक टिफिन में चटनी भी रख ली, ताकि, सूखी रोटी मुंह से पेट तक का सफर आसानी से कर ले। कुछ देर बाद सब भुसावल के लिए निकल पड़े। औरंगाबाद जिले के करमाड तक पहुंचे तो रात गहरी हो चली थी। सोचा, खाना खाकर कुछ आराम कर लिया जाए। फिर ट्रैक पर बैठकर ही खाना खा। 40 किलोमीटर का सफर हो चुका था, भूख से अतड़ियां जल रही थी…थकान से कदम लड़खड़ाने लगे थे। तय किया गया कि अब बैठकर कुछ खाना खाया जाये। खाना खाने के बाद आंखें भारी होने लगी, हालांकि सुझाव ये भी मिला कि कुछ दूर और चला जाये, लेकिन बाद में तय हुआ कि सुबह चलना शुरू किया जाये। भूखे पेट को रोटी मिली थी, इसलिए, पटरी का सिरहाना और गिट्टियां भी नहीं अखरीं। सो गए, लेकिन जिस सुबह की आस में आंखें बंद हुई थी, वो आंखें कभी नहीं खुली।