गिरिडीह के विद्यालयों में साबुन एवं पैड बैंक का हो रहा निर्माण
— जिला प्रशासन की अनोखी पहल, यूनिसेफ एवं वर्ल्ड विजन के सहयोग से विभिन्न विद्यालयों में साबुन एवं पैड बैंक का निर्माण किया जा रहा है
गिरिडीह : कोविड-19 को नियंत्रित करने के उद्देश्य से राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के द्वारा कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें विभिन्न संस्थागत सेवाएं भी अपना सहयोग कर रही है। इसी कड़ी में यूनिसेफ तथा वर्ल्ड विजन के सहयोग से विभिन्न विद्यालयों के द्वारा साबुन एवं पैड बैंकों के निर्माण का कार्य शुरू किया गया है।
विभिन्न विद्यालयों में जैसे:- शारदा कन्या मध्य विद्यालय, गिरिडीह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मधुरी, बगोदर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बसामाता, बेंगाबाद, उत्क्रमित मध्य विद्यालय, चंद्रमणि, सरिया तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय द्वारपहरी, गांडेय के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। साबुन और पैड बैंकों के निर्माण के दौरान, छात्रों ने कभी नहीं सोचा था कि उनके बैंक, वित्तीय बैंकों की तरह, वैश्विक संकट के समय मानवता की सेवा करेंगे। ये साबुन और पैड बैंक हाथ-स्वच्छता और मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन को बनाए रखने के लिए अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए छात्रों के द्वारा बनाए गए थे। उनकी पहल समुदायों के लिए एक बड़ा सहारा साबित हुई। बाल-संसद और वाश नोडल शिक्षकों के द्वारा साबुन और पैड को गरीबों मे बांटा जा रहा है ताकि साबुन से हाथ धुलाई और मासिक मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन मे कोई रुकावट न हो। छात्रों का यह मानवीय योगदान अत्यन्त सराहनीय है। अब तक गिरिडीह जिले मे कुल 719 साबुन और 149 सैनिटरि पैड का वितरण किया चुका है।
स्वच्छ विद्यालय- स्वस्थ बच्चे कार्यक्रम के तहत Unicef झारखंड के सहयोग से बाल-सांसदो को स्कूल -स्वछता पर ट्रेनिंग दिया गया है। कई स्कूल मे बच्चों और शिक्षको ने साबुन और सैनिटरि पैड बैंक का निर्माण किया ताकि हाथ-स्वच्छता और मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा सके। आज कोरोना वाइरस महामारी के समय एकत्रित किए गए साबुन और पैड आम लोगो के काम मे आ रहा है।