भारत और चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में तीन जवान शहीद, मोदी सरकार एक्शन में
नई दिल्ली : लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन से विवाद के बाद भारतीय सेना के तीन जाबांजों की मौत के बाद मोदी सरकार एक्शन में आ गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत समेत तीनों सेना के चीफ को तलब किया है. साथ ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ भी मीटिंग चल रही है.
भारत और चीन के बीच पिछले काफी वक्त से लद्दाख सीमा पर विवाद जारी है. सोमवार रात को दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई है. इस झड़प में भारतीय सेना के अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. ये घटना तब हुई जब सोमवार रात को गलवान घाटी को लेकर दोनों देशों के आर्मी अफसरों के बीच बातचीत हुई थी. चीन लगातार कह रहा है कि वह बातचीत के जरिए मामले को सुलझाना चाहता है, लेकिन वह पीछे हटने से इनकार कर रहा है. भारत ने साफ कर दिया था कि चीन के सिपाहियों को पीछे हटना ही होगा. एलएसी पर बदली परिस्थिति को भारत स्वीकार नहीं करेगा.
बीते दिनों दोनों देशों के बीच तय हुआ था कि चीन की सेना गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14, 15 और 17 ए से पीछे हटेगी. चीन सेना श्योक नदी और गलवान नदी के मुहाने तक आ गई थी. धीरे-धीरे पीछे हट भी रही थी, लेकिन पूरी तरह से पीछे नहीं हटी थी. कल निर्णय हुआ था कि चीन की सेना पूरी तरह पीछे जाएगी.
दोनों देशों के आर्मी अफसरों के फैसले के बाद जब चीनी सेना ने पीछे जाने से इनकार किया तो हिंसक झड़प हुई. इस झड़प में हमारे सीनियर अधिकारी और दो जवान शहीद हुए हैं. अभी चीन की ओर से किसी जवान के हताहत होने की खबर नहीं है. चीन सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.