रोजगार की दिशा में हुनरमंद प्रवासियों का तैयार होगा डाटाबेस
गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि कोविड-19 महामारी के कारण अंतर राज्यीय/अंतर जिला से इस जिला में अत्यधिक संख्या में प्रवासी मजदूरों का अपने-अपने कई प्रखंडों में आगमन हुआ है तथा वापस आने की क्रम जारी है। प्राप्त निर्देशों के आलोक में वैसे मजदूरों को जीविकोपार्जन के लिए स्किल मैपिंग के आधार पर उन्हें सरकार के स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराए जाने की योजना प्रस्तावित है। आगमित मजदूरों को जिन क्षेत्रों में विशेष रूप से कार्य कुशलता/दक्षता का पर्याप्त अनुभव प्राप्त है, उन्हें उसी के अनुरूप रोजगार हेतु चिन्हित किया जाना है।
विदित हो कि राज्य या राज्य से बाहर विभिन्न शहरों में हुनरमंद प्रवासी मजदूर जैसे:- कारपेंटर, मकैनिक, प्लंबर, राजमिस्त्री, टाइल्स मिस्त्री, ऑटोमोबाइल, टेलरिंग एवं टेक्सटाइल आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से अपने कार्य कुशलता के आधार पर जीविकोपार्जन कर रहे थे परंतु वर्तमान में पूर्ण तालाबंदी होने के कारण उन्हें बेरोजगारी जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हुनरमंद श्रमिकों को उनके कार्य के अनुरूप रोजगार सृजन किए जाने की योजना प्रस्तावित है। अतः उक्त के परिपेक्ष्य में निर्देश दिया गया कि श्रमिकों की कार्य कुशलता की पहचान कर उनकी विस्तृत विवरण के साथ डेटाबेस तैयार कर जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, एनआईसी, गिरिडीह को हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी उपलब्ध कराएंगे। तथा जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी एवं श्रम अधीक्षक एक-दूसरे से समन्वय स्थापित कर उक्त डेटाबेस को एनआईसी साइट पर अपलोड कराना सुनिश्चित करेंगे।
– हुनरमंद श्रमिकों से संबंधित निम्न जानकारी एकत्रित करेंगे: प्रवासी मजदूर का नाम तथा उसके माता-पिता का नाम, प्रखंड का नाम, पंचायत का नाम, गांव का नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल नंबर, व्यवसाय का नाम जिसमें विशेष अनुभव प्राप्त हो, तालाबंदी के पूर्व कार्यरत संस्थान का नाम जिला एवं राज्य सहित, कार्य अनुभव का कुल वर्ष आदि से संबंधित विवरण इकट्ठा करेंगे।