प्रभु श्रीराम मंदिर का दिवस निर्माण आया है

राममंदिर भूमिपूजन की पूर्व संध्या पर साहित्योदय में ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन

Indian Mind Desk : अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम- साहित्योदय के तत्वावधान में 4 अगस्त को भगवान श्रीराम को समर्पित ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमे देश-विदेश के रचनाकारों ने राम की काव्यार्चना दी। कवि सम्मेलन का सन्चालन रजनी शर्मा चन्दा, अनामिका अनु और गीता चौबे गूँज ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कवि पंकज प्रियम ने किया। 2 घण्टे से अधिक समय तक चले कवि सम्मेलन में दर्जनों रचनाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी और पूरा साहित्योदय राममय हो गया। कवि सम्मेलन में उपस्थित रचनाकार गीता चौबे गूँज, डॉ सुरिन्दर कौर राँची, मधु वैष्णव मान्या जोधपुर राजस्थान, पद्मा तिवारी दामोह , मीना कुमारी परिहार, अनिता झा रायपुर, कल्याणी झा कनक राँची, रंजना वर्मा उन्मुक्त, राजश्री राज, दीपक सपकाल (महाराष्ट्र), गीता सिन्हा ‘गीतांजलि’, रिपुदमन झा “पिनाकी” धनबाद (झारखण्ड), मनीषा सहाय ‘सुमन’ राँची, रश्मि सिंह, राँची, रेखा पांडे, गुलशन कुमार साहसी मीनू मीना सिन्हा मीनल, राँची रजनी शर्मा ‘चंदा’, रांची, सविता गुप्ता, राँची, बिष्णु देव महतो “अलबेला’.सुजाता प्रिय, पुनीत साव, रेखा सिंह, पुणे, अविनाश भटकर “मसरूर” / जबलपुर, सुश्री नलिनी बाजपेयी
संबलपुर, कांकेर छ. ग., अर्चना झा, डॉ सुमन लता मधुपुर, चंद्र किरण शर्मा, डॉ गुलाब चंद पटेल.चंद्र किरण शर्मा भाटीपारा, डॉ. प्रतिभा कुमारी पराशर रुणा रश्मि, अनिता निधि।

आगामी 5 अगस्त को रामजन्मभूमि पूजन के मौके पर साहित्योदय पेज पर अखण्ड काव्यपाठ का भी आयोजन किया गया है।

साहित्योदय के संस्थापक अध्यक्ष कवि पंकज प्रियम ने बताया कि साहित्य की सेवा में पिछले कई वर्षों से लगे साहित्योदय ने इस कोरोना काल को साहित्य सृजनकाल में बदल दिया है। लॉकडाउन पीरियड की निराशा और तनाव को दूर करने के लिए गक्त 22 मार्च से ही * कोरोना से जंग साहित्योदय के संग * अभियान चला रखा है जिसमे अबतक डेढ़ हजार से अधिक ऑनलाइन काव्य पाठ हो चुका है। एकल काव्य पाठ के भी ढाई सौ एपिसोड हो चुके हैं। विश्व के सबसे अनूठे लाइव शो साहित्य संग्राम को पूरी दुनिया का असीम प्यार और समर्थन मिल रहा है। इसमें हरबार एक ज्वलन्त सामाजिक विषयों पर चर्चा और कवि सम्मेलन किया जाता है। साहित्योदय पेज को 60 से अधिक देशों के लाखों दर्शक देख रहे हैं। साहित्योदय सावन महोत्सव समेत आगामी कई अन्य रोचक कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहे हैं। साहित्य संग्राम को सफल बनाने में वरिष्ठ पत्रकार राकेश तिवारी, संजय करुणेश, जयप्रकाश राज, सुदेष्णा सामन्त , रजनी शर्मा चंदा और किशोरी का महत्वपूर्ण योगदान है।

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