लॉकडाउन में सताक्षी ने लिख दी पुस्तक ‘दी मून एंड दी चांदलियर’
— 21 कविताओं का है संग्रह The Moon And The chandelier, इंग्लिश भाषा की यह पुस्तक The Moon And The chandelier अमेज़ॉन (Amazon) में है उपलब्ध
गिरिडीह : लॉकडाउन के दौरान एक ओर जहां लोग डिप्रेस हो रहे थे, चिंतित थे, परेशान थे, उसी समय गिरिडीह की सताक्षी सिन्हा अपने मनोभावों को कागज के पन्नों पर कविता के रूप में उकेर रही थी। परिणाम आज वह मनोभाव एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित हुई है, जिसे नोशन प्रेस ने प्रकाशित किया है। यह पुस्तक अमेज़ॉन पर उपलब्ध है। अधिवक्ता पिता अंजनी सिन्हा की पुत्री सताक्षी की पुस्तक ‘दी मून एंड दी चांदलियर’ (The Moon And The chandelier) उसके पैन नेम ‘न्यूट क्यू एडिलेड’ (Newt Q. Aldelaide) के नाम से प्रकाशित हुई है। पैन नेम के पीछे सताक्षी का कहना है कि उसे ब्रिटिश इंग्लिश बहुत पसंद है और यह नाम उसे बहुत अच्छा लगता है। पुस्तक भी इंग्लिश में ही लिखी गयी है। सताक्षी ने बताता इस पुस्तक में उसकी 21 कविताएं हैं, जिसमें उसने औरत के जीवन की समस्याओं के साथ प्रेरणादायक कहानियों को बताने का प्रयास किया है। टीनएज लाइफ के साथ इसमें फिक्शन, थ्रिलर भी है।
सताक्षी ने 10वीं तक की पढ़ाई बीएनएस डीएवी तथा 12वीं की पढ़ाई सुभाष पब्लिक स्कूल से की है। सताक्षी कत्थक नृत्यांगना भी है। 15 साल से कत्थक कर रही है और कई पुरस्कारों से सम्मानित भी हो चुकी है। संगीत प्रिय विषय होने के साथ-साथ वह अपने लेखन कार्य को जारी रखकर कुछ नया करना चाहती है। सताक्षी ने यह पुस्तक अपने दिवंगत चाचा स्व. नरेंद्र सिन्हा छोटन को समर्पित किया है। सताक्षी की इस उपलब्धि के लिए उनके बड़े पापा अजय सिन्हा, पापा अंजनी सिन्हा, चाचा संजय सिन्हा व विकास सिन्हा सहित उनके परिवार के अलावा गिरिडीह के संगीत व साहित्य जगत के लोगों ने बधाई दी है।