सैकत बने एआईटीसी के प्रदेश अध्यक्ष, छवि दास प्रदेश सचिव

ऑल इंडिया थियेटर कॉउंसिल की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सह स्थापना दिवस समारोह

गिरिडीह : ऑल इंडिया थियेटर कॉउंसिल की दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सह स्थापना दिवस समारोह धनबाद सीसीडब्ल्यू ऑफिस स्टील गेट के कम्युनिटी हॉल में आयोजित किया गया। इस समारोह में गिरिडीह से एआईटीसी एवं कला संगम के संरक्षक राजेन्द्र बगेड़िया, एआईटीसी के राष्ट्रीय महासचिव व कला संगम के सचिव सतीश कुंदन, सह सचिव मदन मंजर्वे, कलाकार रवीश आनंद, शुभम, अनुपम किशोर आदि ने भी भाग लिया।
एआईटीसी के राष्ट्रीय संरक्षक राजेन्द्र बगाडिया एवं अवधेश कुमार सिंह ने केक काटा और कहा एआईटीसी अपने दो वर्ष के कार्यकाल में देश भर के कलाकारों के लिए सार्थक कदम उठाया है। कोविड से पीडित कलाकारों को जहां आर्थिक मदद पहुंचाई, वहीं एक सौ कलाकारों का ग्रुप बीमा कराने का कीर्तिमान स्थापित किया है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मानव ने कहा हमने भोजपुरी कलाकृतियों को मान्यता दिलाने के लिए आंदोलन कर कलाकारों को अधिकार दिलाने का काम किया है। राष्ट्रीय महासचिव ने कहा एआईटीसी रंगमंच को समृद्ध करने के लिए नि:शुल्क आवासीय वर्कशॉप और नाटक, लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में राज्य कार्यकारिणी का चुनाव किया गया। एआईटीसी के पर्यवेक्षक राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मानव एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनील दत्त विश्वकर्मा ने चुनाव के परिणाम की घोषणा करते हुए कहा कि पलामू के वरिष्ठ रंगकर्मी सैकत चटोपाध्याय को प्रदेश अध्यक्ष और छवि दास को प्रदेश सचिव बनाया गया। चार उपाध्यक्ष सूरज खन्ना रांची, श्यामा कुमार टाटा, ऊषा मिश्रा चाईबासा एवं प्रवीण कुमार जायसवाल, चार प्रदेश संयुक्त सचिव मुकेश कुमार सिन्हा बोकारो, कैश आलम धनबाद, प्रकाश कुमार चतरा, गौतम टाटा, कोषाध्यक्ष संजय चन्द्रा, सलाहकार राकेश कुमार सिन्हा, बबन शुक्ला, प्रदेश नृत्य प्रभारी शिप्रा कुमारी सर्वसम्मति से चुने गए। मंच संचालन राष्ट्रीय संगठन सचिव राजेंद्र प्रसाद ने किया और राष्ट्रीय प्रवक्ता वशिष्ठ प्रसाद सिन्हा ने बुके देकर राष्ट्रीय संरक्षक का स्वागत किया। राकेश सिन्हा हजारीबाग को प्रशस्ति पत्र देकर तथा अवधेश कुमार सिंह ने शॉल देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय नृत्य प्रभारी सरसी चन्द्र के निर्देशन में श्रुति चन्द्र ने उद्घाटन समारोह में कत्थक नृत्य प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन सुनील दत्त विश्वकर्मा ने किया।

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