साधना और रियाज से निखरता है गीत, संगीत और नाटक : सतीश कुंदन

कला संगम के सारेगामा गीत-संगीत प्रतियोगिता में सीनियर में सोनी व जूनियर में उदिता प्रथम

सारेगामा गीत प्रतियोगिता का फाइनल सम्पन्न

गिरिडीह : कला संगम के तत्वावधान में स्व. नन्द किशोर प्रसाद स्मृति सारेगामा गीत-संगीत प्रतियोगिता सीजन-12 का फाइनल वर्णवाल सेवा समिति में रविवार की देर रात पुरस्कार वितरण के साथ सम्पन्न हो गया। सेमीफाइनल और फाइनल में प्रतिभागियों ने खूब जोर-आजमाइश की। इसके पहले संरक्षक अजय सिन्हा मंटू, सचिव सतीश कुंदन व उपाध्यक्ष अंजनी सिन्हा ने स्व. नन्दकिशोर प्रसाद की तस्वीर पर मालार्पण किया। अजय सिन्हा ने अपने वक्तव्य के दौरान कहा कि संगीत अभ्यास से निखरता है। इसलिए वैसे संगीत के विद्यार्थी जो अभाव में प्रशिक्षण नहीं ले पा रहे हैं, सम्पर्क करें। अपने खर्चे पर निःशुल्क कला संगम के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। सचिव सतीश कुंदन ने कहा कि गीत, संगीत, नाटक साधना और रियाज से निखरता है। प्रशिक्षण जरूरी है। कला संगम से जुड़ें और प्रशिक्षण लेकर कला के क्षेत्र में अपना नाम रौशन करें।

सीनियर ग्रुप में प्रथम सोनी चंद्रवंशी को पुरस्कृत करते कला संगम के पदाधिकारीगण।

प्रतियोगिता के फाइनल में सीनियर ग्रुप में प्रथम सोनी चंद्रवंशी, द्वितीय अक्षत कुमार व तृतीय वृष्टि शर्मा को नगद, प्रमाणपत्र और गिफ्ट देकर पुरस्कृत किया गया। सचिन कुमार, अमरजीत सिंह, मो. इमाम, तबरेज अंसारी, कृष्णा कन्हैया, ज्योति कुमारी व नैतिक नेमानी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

जूनियर ग्रुप में प्रथम उदिता मिश्रा को सम्मानित करते कला संगम के पदाधिकारीगण।

जूनियर ग्रुप में प्रथम उदिता मिश्रा, द्वितीय काव्या कुमारी, तृतीय अमेक्षा कुमारी को नगद, प्रमाणपत्र और गिफ्ट देकर पुरस्कृत किया गया। माइल मैत्री, ज्योतिका पांडेय, ईशा कुमारी, आद्या कुमारी, आद्या नारायण, शानवी सामंता व अर्पिता मोदी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। निर्णायक संगीत प्रभारी ओरित दा, राजीव रंजन, रामकुमार सिन्हा, रविशंकर सिंह, नयनदीप सिन्हा थे। संगत में ऑर्गन पर दयाशंकर सिंह, नाल पर चंदन, कीबोर्ड पर बबलू और गिटार पर दिनेश थे। मंच संचालन सचिव सतीश कुन्दन व कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना ने किया।

मुंबई में म्यूजिक कंपोजर सिद्धार्थ श्रीवत्स ने भी अपने मनमोहन गायन से सबका दिल जीत लिया।

प्रतियोगिता के दौरान प्रसिद्ध गायक सुरेश वाडेकर के शिष्य और फिलहाल मुंबई में म्यूजिक कंपोजर एवं टीचर सिद्धार्थ श्रीवत्स ने अपने भावपूर्ण गायन से श्रोताओं का मन मोह लिया। नदीम, अजय शिवानी, मनोज कुमार मुन्ना ने भी अपने गायन से लोगों को आनन्दित किया।

प्रतीक्षा सुमन के गायन ने सबका दिल जीता। नगद और गिफ्ट से हुई सम्मानित।

उम्र की सीमा पूरी न कर पाने की वजह से प्रतियोगिता में शामिल न हो पाई एक छोटी बच्ची प्रतीक्षा सुमन के गायन ने सबका दिल जीत लिया। प्रतीक्षा को इसके लिए अजय सिन्हा मंटू, कृष्णा कुमार सिन्हा, राजेश सिन्हा ने नगद रुपये और कला संगम ने गिफ्ट देकर सम्मानित किया।

सारेगामा गीत प्रतियोगिता ने समां बांध दिया। दर्शक देर रात तक जमे रहे।

मौके पर उपाध्यक्ष राजीव सिन्हा, कृष्णा कुमार सिन्हा, सह संयोजक सुनील भूषण, राजेश सिन्हा, विकास सिन्हा, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, रविश आनंद, नेहा सिन्हा, माला सिन्हा, कवींद्र भट्टाचार्य, आकाश, विकास रंजन, सुमित कुमार, शुभम, अनिल चंद्रवंशी, नीलम सिन्हा, रामाकांत मिश्रा, राजेश कुमार, देवानंद, नीरज सिन्हा सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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