अम्फान मचा रहा तबाही, 1999 में मरे थे 9000 से अधिक लोग

इंडियन माइंड डेस्क : पश्चिम बंगाल और ओड़िशा में सुपर साइक्लोन अम्फान ने खूब तबाही मचाई है और तबाही अभी और मचेगी। प. बंगाल में 2 और ओड़िशा में 2 लोगों की मौत हो गयी है. कई पेड़ उखड़ गये हैं और बिजली वितरण को भारी नुकसान पहुंचा है. बिजली के कई पोल उखड़ गये हैं. कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ है.

कोलकाता में हवा की अधिकतम गति शाम 7 बजकर 20 मिनट पर 133 किमी प्रति घंटे रिकॉर्ड की गयी. चक्रवात दोपहर में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा. चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई.

कोलकाता के टंगड़ा इलाके में पेड़ गिरने की वजह से कई सड़कें बंद हो गयी हैं. गबीना खटिक रोड और न्यू टंगड़ा रोड में कई दुकानें क्षतिग्रस्त होने की सूचना है. एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के नॉर्थ परगना जिले में अम्फान की वजह से 52,00 घरों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है।

उधर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस.एन. प्रधान ने मंगलवार को कहा था कि आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। अम्फान से प्रभावित होने वाले दो राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। ओडिशा के सात जिलों में एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात किया गया है और पांच टीमों को तैयार रखा गया है जबकि पश्चिम बंगाल के छह जिलों में 19 टीमों को तैनात किया गया है जबकि दो टीमों को तैयार रखा गया है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता जिले प्रभावित हो सकते हैं। जबकि ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा और तूफान आएगा। अम्फान की तबाही मुख्यरूप से भारत के पश्चिम बंगाल और ओडिशा में ही देखने को मिलेगी। मगर माना जा रहा है कि सिक्किम, असम और मेघालय पर भी इसका असर पड़ सकता है।

सोमवार को 700 किलोमीटर तक फैले और लगभग 15 कि. मी. ऊंचाई वाला चक्रवात अम्फान अपने केंद्र में 220 से 230 कि. मी. प्रति घंटे की गति से घूम रहा था। चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल में गंगा के आस-पास वाले इलाकों और उत्तर तटीय ओडिशा इलाकों में भी बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। यह 20 मई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और 21 मई को असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी वर्षा का कारण बनेगा।

1999 में 9,000 से अधिक की हुई थी मौत : अम्फान ओडिशा में 1999 में तूफान के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन (चक्रवाती तूफान) है। वह ऐतिहासिक रूप से सबसे तीव्र चक्रवाती तूफान था। 1999 के सुपर साइक्लोन ने करीब 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी।

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