विभावि के व्यवसाय प्रबंधन विभाग में इंडक्शन मीट

हजारीबाग : विभावि के प्रबंधन विभाग में एमबीए सत्र 2020-22 के छात्रों के लिए इंडक्शन मीट का दूसरे दिन सफल आयोजन किया गया।
ज्ञात हो कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग में नए सत्र के विद्यार्थियों का इंडक्शन मीट दिनांक 2-11-2020 से प्रारंभ हो गया है । आज द्वितीय दिन का संचालन डॉ. संजीव कुमार शर्मा द्वारा किया गया। द्वितीय दिन का कार्यक्रम पूर्वाहन 11:00 AM से प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ शर्मा ने सभी का स्वागत किया तथा विद्यार्थियों को प्रबंधन विषय के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी । प्रथम सत्र के मुख्य प्रवक्ता प्रो.फुरकान कमर, प्रोफेसर प्रबंधन विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली सह पूर्वकुलपति, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय सह राजस्थान विश्वविद्यालय एवं सेक्रेटरी जनरल, एसोसिएशन आफ इंडियन यूनिवर्सिटी (AIU)का स्वागत विभा वि प्रबंधन विभाग के निदेशक प्रो.एम.के. सिंह ने की। उन्होंने प्रो. फुरकान का स्वागत करते हुए उनकी उपलब्धियों के बारे में विद्यार्थियों से अपने विचार साझा किये ।
डॉ.संजीव शर्मा ने प्रो. फुरकान के बारे में विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों को देते हुए व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया। प्रोफेसर फुरकान ने विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व के साथ-साथ लर्निंग के महत्व को समझाया उन्होंने कहा कि केवल शिक्षा प्राप्त करना ही काफी नहीं है बल्कि सीखने की प्रवृत्ति का अपने जीवन में अनुकरण करने से ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान है। विद्यार्थियों को उन्होंने कहा कि अगर वर्तमान वैश्विक प्रतिस्पर्धा वाली दुनिया में अपनी पहचान बनानी है तो सभी से अलग सोचना होगा।अपनी सोच को सकारात्मक एवं सृजनात्मक बनाना होगा।जीवन में पैसों से ज्यादा अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने पर जोर देना होगा । क्योंकि हम सब में जो अंतर्निहित रचनात्मक गुण हैं उसका प्रयोग कर हम एक सफल व्यक्ति बन सकते हैं। उन्होंने केवल विद्यार्थियों को ही नहीं बल्कि प्रबंधन विभाग के शिक्षकों को भी शिक्षण प्रणाली और बेहतर बनाने के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए । उन्होंने कहा कि हमें सदैव एक निश्चित नियम और सिद्धांत पर निर्भर नहीं होना चाहिए बल्कि आवश्यकता अनुसार बदलाव भी लाते रहना चाहिए। हमें विचार में अगर मतभेद हो तो दूसरे के विचारो का भी सम्मान करना चाहिए क्योंकि कभी- कभी सकारात्मक आलोचना हमें जीवन में बहुत कुछ सिखा कर नई दृष्टि भी प्रदान करती है। इन्हीं विचारों के साथ उन्होंने अपने व्याख्यान को समाप्त किया ।

दूसरे सत्र में व्याख्यान के लिए प्रबंधन विभाग के शिक्षक डॉ.सरोज रंजन को आमंत्रित किया गया । दूसरे सत्र का प्रारंभ पूर्वाहन 02:00 PM से हुआ । डॉ. रंजन ने छात्र- छात्राओं को प्रबंधन के मूल संकल्पना के बारे में बताते हुए बहुत ही सरल तरीके से यह समझाने की कोशिश की आप की किसी भी कार्य को अगर हमें सफल प्रारूप देना है तो हमें सामूहिक कार्य पर जोर देना की आवश्यकता है। क्योंकि इतिहास गवाह है कि हम अगर टीम में कार्य करें तो कठिन से कठिन कार्य चुटकियों में हक कर सकते हैं । उन्होंने प्रबंधन के एक महत्वपूर्ण गुण समय का सदुपयोग अर्थात टाइम मैनेजमेंट कैसे करें और इसकी हमारे जीवन में क्या उपयोगिता है? इस पर अपनी अभिव्यक्ति साझा किया। इस कार्यक्रम में नए सत्र के विद्यार्थी एवं शिक्षकगण मौजूद थे। कार्यक्रम के समापन सत्र में व्यवसाय प्रबंधन विभाग के निदेशक प्रो.एम.के. सिंह ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *