बालमुकुंद, अतिवीर व वैंकटेश फैक्ट्री को शटडाउन कर ईएसपी मशीन लगाने का निर्देश
– सदर एसडीएम के नेतृत्व में बनेगी प्रदूषण जांच समिति, ग्रामीणों की भी समिति बनेगी
— सीएसआर फंड को प्रभावित क्षेत्र में किया जाएगा खर्च
सुनील मंथन शर्मा
गिरिडीह : जिला मुख्यालय से पूरब औद्योगिक क्षेत्र में फैले प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए आज (24 दिसंबर) को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने जो निर्देश दिया है, उस पर फैक्ट्री प्रबंधक अमल कर ले तो इस क्षेत्र से प्रदूषण समाप्त होने की उम्मीद जग जाएगी। डीसी श्री लकड़ा ने स्पष्ट शब्दों में बालमुकुंद स्पंज एंड आयरन लिमिटेड, अतिवीर इंडस्ट्रीज कंपनी लिमिटेड एवं वेंकटेश स्पंज एंड आयरन के मालिकों व प्रबंधकों से फैक्ट्री शटडाउन कर ईएसपी मशीन लगाकर चालू करने का निर्देश दिया है।
डीसी श्री लकड़ा जिला समाहरणालय सभा कक्ष में आज सदर प्रखंड के गादी श्रीरामपुर, चतरो, मोहनपुर, उदनाबाद, गंगापुर, हेठपहरी के ग्रामीणों एवं बालमुकुंद स्पंज एंड आयरन लिमिटेड, अतिवीर इंडस्ट्रीज कंपनी लिमिटेड, निरंजन मैटेलिक, वेंकटेश स्पंज एंड आयरन सहित अन्य कई फैक्ट्रियों के मालिकों व प्रबंधकों के साथ प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए बैठक कर रहे थे।
बैठक में डीडीसी स्मृता कुमारी, डीएफओ, सदर एसडीएम श्रीकांत यशवंत विष्णुते, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी, मुख्य कारखाना निरीक्षक, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सहित कई अन्य विभागों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।
ग्रामीणों ने विस्तृत रूप से बताई प्रदूषण की समस्या
ग्रामीणों की ओर से प्रदूषण की समस्या सामने रखी गई। पंचायत समिति सदस्य शुभांकर कुमार, ग्रामीण विजय राय, विकास राय आदि ने चतरो, गादी श्रीरामपुर, गंगापुर में फैले प्रदूषण के बारे में बताया कि बालमुकुंद, वेंकटेश, अतिवीर फैक्ट्री से निकलने वाला दुआं से लोग बीमार हो रहे हैं। पेड़ पौधे खराब हो रहे हैं। जीव-जंतु मर रहे हैं। उप प्रमुख कुमार सौरभ ने बताया कि अजीडीह क्षेत्र में लंगटा बाबा फैक्ट्री की ओर से प्रदूषण फैलाया जाता है। साथ ही सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए हुए है। मोहनपुर के दीपक गोस्वामी ने सर्वमंगला कूट फैक्ट्री से गंदा पानी निकलकर नदी में जा रहा है, जिसे जानवर पीने को मजबूर है। साथ ही दुर्गंध इतना करता है कि लोग उल्टी करने लगते हैं। उसके बाद प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्र की स्थिति, जल प्रदूषण की स्थिति, पेड़ पौधे की स्थिति के वीडियो दिखाए गए। फैक्ट्री मालिकों ने भी अपना पक्ष रखा। ईएसपी मशीन लगाने के लिए समय की मांग की गई। लेकिन, उपायुक्त श्री लकड़ा ने स्पष्ट शब्दों में समय देने से इनकार कर दिया और बालमुकुंद, अतिवीर एवं वेंकटेश को फैक्ट्री शटडाउन कर ईएसपी मशीन लगाकर चालू करने का निर्देश दिया। सदर एसडीएम के नेतृत्व में एक समिति का गठन करने का भी निर्देश दिया गया, जो प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र की जांच करेगी। इस समिति के अलावा ग्रामीणों की भी एक समिति बनेगी, जो जांच के दौरान साथ रहेगी। डीसी ने निर्देश दिया कि जनकल्याण हेतु सीएसआर फंड को प्रभावित क्षेत्रों में ही खर्च किया जाएगा। प्रभावित क्षेत्र के 75 प्रतिशत युवाओं को फैक्ट्रियों में रोजगार दिया जाएगा।
22 दिसंबर से चल रहा था गेट जाम व धरना-प्रदर्शन
ज्ञात हो कि 22 दिसंबर से चतरो, गादी श्रीरामपुर, गंगापुर, हेठपहरी गांव के बालमुकुंद, अतिवीर, निरंजन मैटेलिक एवं वेंकटेश्वर फैक्ट्री के प्रदूषण के खिलाफ गेट जाम एवं अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। सोमवार को सदर एसडीएम, सदर एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, बीडीओ गणेश रजक और थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो दल-बल के साथ धरनास्थल पर पहुंचकर डीसी के साथ फैक्ट्री प्रबंधकों की मंगलवार को वार्ता कराने का आश्वासन दिया था। वार्ता साकारात्मक होने पर धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
बैठक में उपरोक्त फैक्ट्रियों के मालिकों के अलावा सलूजा गोल्ड, मोंगिया स्टील के मालिक, लोजपा नेता राजकुमार राज तथा गिरिडीह उप प्रमुख कुमार सौरभ, गादी श्रीरामपुर की मुखिया कंचन देवी, मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह, पंचायत समिति सदस्य अनिल राय व शुभांकर कुमार, उदनाबाद मुखिया नरेश यादव, विजय राय, विकास राय, सुमन राय, धनेश्वर राय, सिंकू मरांडी, प्रदीप राय, प्रकाश टुडू, अरुण साव, बेबी देवी, सावित्री देवी, कालीचरण सोरेन, दिलीप तांती, कन्हाई पांडेय, दीपक गोस्वामी, अर्जुन पंडित सहित अन्य कई ग्रामीण शामिल थे।