एलआईसी के मनोज कुमार को अंतरराष्ट्रीय जर्नल में शोध पत्र छपने पर मिला सम्मान
गिरिडीह : इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इनोवेटिव रिसर्च एंड एडवांस स्टडी एवं यूरेका ग्रुप ऑफ इंटरनेशनल जर्नल्स के शोध इंटरनेशनल में भारतीय जीवन बीमा निगम गिरिडीह के विकास अधिकारी मनोज कुमार का पर्यावरण विज्ञान विषय पर प्रस्तुत दो शोध प्रपत्रों को प्रकाशित किये जाने के कारण राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठन और एनजीओ ने उन्हें सम्मानित किया है. नेशनल फेडरेशन गिरिडीह इकाई ने इन्हें शुक्रवार को सम्मानित किया. मौके पर नेशनल फेडरेशन गिरिडीह इकाई के अध्यक्ष श्याम कुमार, सचिव विक्रम कुमार, कोषाध्यक्ष शेखर कुमार के अलावे ए एन मंडल, रविन्द्र कुमार, अमित डे, दिनेश कुमार, रामोंड शिशिर सोरेन, रंजीत सिंह, ए के झा सहित अन्य लोग उपस्थित थे। सोशल डिसटेंसिंग का पालन करते हुए पुष्प गुच्छ और पारितोषिक भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।
श्री कुमार के शोध प्रपत्र को दो अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय जर्नल में स्थान दिया गया है। उनका पहला शोध पत्र इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इनोवेटिव रिसर्च एंड एडवांस स्टडी ने ‘यूकलिप्टस:- द टॉल एंड ग्रीन गोल्ड’ शीर्षक से प्रकाशित किया है। जबकि उनका दूसरा शोध पत्र को प्रतिष्ठित यूरेका ग्रुप ऑफ इंटरनेशनल जर्नल्स के शोध इंटरनेशनल में “अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पारिस्थितिकी और पर्यावरण का संक्षिप्त अध्ययन” शीर्षक से स्थान मिला है।
मनोज कुमार ने अपनी उपलब्धियों से न सिर्फ भारतीय जीवन बीमा निगम बल्कि पूरे गिरिडीह का मान बढ़ाया है। वे पर्यावरण विज्ञान में स्नातकोत्तर और डाक्टोरल एलिजिबिलिटी एंट्रेन्स टेस्ट (डीट) क्वालिफाइड हैं। वर्ष 1997 में एक वेकैंसी के विरुद्ध वे भारतीय जीवन बीमा में विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त हुए। पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग मनोज कुमार ने विभिन्न प्रजाति के सैकड़ों पेड़ पौधे अब तक लगा चुके हैं। कोरोना काल में भी उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनेक वीडियो कॉन्फ्रेंस में पर्यावरण संरक्षण विषय पर परिचर्चा किये हैं।
उन्हें सम्मानित कर प्रशस्ति देने वालों में नेशनल फेडरेशन राष्ट्रीय इकाई, कल्याण संघ, एल आई सी हजारीबाग मंडल, एबीडीएम, गिरिडीह शाखा इकाई आदि प्रमुख हैं।