एआईटीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कलाकारों की गिरफ्तारी का विरोध
— कलाकार काला बिल्ला लगाकर आज करेंगे मौन प्रदर्शन
गिरिडीह : भोजपुरी कलाकृतियों व चित्रकारी को रेलवे स्टेशनों पर जगह देकर उसे मान्यता देने की मांग को लेकर भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा के बैनर तले एक माह से बिहार के आरा में आंदोलन कर रहे ऑल इंडिया थियेटर काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मानव सहित दस कलाकारों को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एआईटीसी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए घटना की निंदा की है और अविलंब राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिहा करने की मांग की है। एआईटीसी के राष्ट्रीय संरक्षक अजय मलकानी, राजेन्द्र बगेड़िया, कला संगम के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ परिमल सिन्हा सहित देशभर के सैकड़ों कलाकारों ने घटना की निंदा की है और उन्हें जल्द से जल्द रिहा करने की मांग की है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मानव के नेतृत्व में भोजपुरी कलाकार एक माह से आंदोलनरत हैं। रेलवे पुलिस ने उन्हें गलत तरीके से गिरफ्तार किया है। इसके विरोध में पूरे देश में एआईटीसी के आह्वान पर 26 जून को काला दिवस मनाया जाएगा। कलाकार अपनी बांहों में काला बिल्ला लगाकर मौन प्रदर्शन करेंगे और कलाकारों को बिना शर्त रिहाई की मांग करेंगे। एआईटीसी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश कुन्दन ने कहा जिस प्रकार मैथिली पेंटिंग, झारखण्डी चित्रकारी व कलाकृतियों को दिवालों में उकेरने की मान्यता है, उसी प्रकार भोजपुरी कलाकृतियों व चित्रकारी को रेलवे स्टेशन तथा अन्य जगहों पर मान्यता देने की मांग की गयी है। इससे देश-विदेश में भोजपुरी कलाकृतियों व चित्रकारी को स्थान मिलेगा। दीवारें खूबसूरत होंगी और कलाकारों को रोजगार मिलेगा। इसलिए एआईटीसी ने रेलमंत्री से ट्वीट करते हुए कलाकारों की मांगों को अविलंब पूरी करने की मांग की है। उन्होंने सभी विधाओं के कलाकारों से 26 जून को 11बजे एक घंटे का मौन प्रदर्शन कर कलाकारों को साथ देने की अपील की है। गिरिडीह कला संगम ने समर्थन करते हुए मौन प्रदर्शन में भाग लेने की बात कही है।