लॉकडाउन विफल रहा, आगे की रणनीति क्या है: राहुल गांधी
नयी दिल्ली: देश में चार चरणों में लगाए गए लॉकडाउन के विफल रहने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि आगे कोरोना संकट से निपटने और जरूरतमंदों को मदद देने की उनकी रणनीति क्या है? अपनी पुरानी मांग दोहराते हुए उन्होंने यह भी कहा कि गरीबों और मजदूरों को 7500 रूपये की मदद दी जाए और राज्य सरकारों को केंद्र की तरफ से पूरी मदद मिले। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दो महीने पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम 21 दिनों में कोविड 19 को पराजित कर देंगे। यह उनकी उम्मीद थी। लेकिन आज मामले लगातार बढ़ रहे हैं।’’उन्होंने दावा किया, लेकिन ‘‘चार चरण के लॉकडाउन हो गए और 60 दिन हो गए। भारत पहला देश है जो बीमारी के बढ़ने पर लॉकडाउन हटा रहा है। यह स्पष्ट है कि भारत का लॉकडाउन विफल हुआ हैं । जो लक्ष्य मोदी जी का था, वह पूरा नहीं हुआ है।’’ कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री से सवाल किया, ‘‘हम पूछना चाहते हैं कि अब आप की रणनीति क्या है? लॉकडाउन को आप किस तरह से देखते हैं? गरीबों, मजदूरों और एमएसएमई की कैसे मदद करेंगे?’’ गांधी ने कहा, ‘‘हम कांग्रेस शासित राज्यों में गरीबों और किसानों को पैसे दे रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से उचित मदद के बिना राज्य अपना कामकाज नहीं कर सकते।’’ महाराष्ट्र में लगातार बढ़ते मामलों पर राहुल गांधी ने कहा कि जितनी ज्यादा कनेक्टटेड जगह हैं, वहां कोरोना होता है. मुंबई-दिल्ली में इसलिए अधिक मामले हैं, हम महाराष्ट्र में सरकार को समर्थन कर रहे हैं लेकिन फैसला लेने की क्षमता में नहीं हैं. हम पंजाब-छत्तीसगढ़-राजस्थान में फैसला लेने की क्षमता में हैं, लेकिन महाराष्ट्र को भी केंद्र सरकार की ओर से मदद मिलनी चाहिए. हम सिर्फ केंद्र सरकार को सुझाव दे सकते हैं, लेकिन सरकार को क्या मानना है वो उनके ऊपर ही है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पूरी दुनिया जब लॉकडाउन हटा रही है तो वहां केस कम हो रहे हैं, लेकिन हमारे यहां केस बढ़ रहे हैं और लॉकडाउन हट रहा है. राहुल ने सवाल किया कि पीएम मोदी गरीबों के लिए, किसानों के लिए क्या कर रहे हैं उसका जवाब दे दें.
नेपाल और चीन के साथ जारी खींचतान को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि बॉर्डर पर जो हुआ है, इसके डिटेल्स सरकार को देश के सामने रखना चाहिए. अभी किसी को नहीं पता है कि क्या हुआ है, नेपाल के साथ क्या हुआ और लद्दाख में क्या हो रहा है. सरकार को देश के सामने रखना चाहिए.