छोटे-छोटे बच्चों ने मोहनपुर में जमा किए पीएम केयर फंड में रुपये
— राशि एकत्रित करने के दौरान कोरोना वायरस से बचने के बताए गए उपाय
गिरिडीह : गिरिडीह सदर प्रखंड के टुंडी रोड मोहनपुर में राष्ट्र के प्रति समर्पित भावना सिर्फ बड़े-बुजुर्ग व बुद्धिजीवियों में ही नहीं, बल्कि छोटे-छोटे बच्चों में भी देखने को मिला। दरअसल मोहनपुर गांव के निवासियों ने प्रधानमंत्री केयर फंड में सात हजार रुपये की राशि गांव में एकत्रित कर सोमवार को जेआरजीबी के ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से जमा की।
इसमें किसी ने पांच रुपये तो किसी ने सौ रुपये, पांच सौ रुपये भी जमा किये। छोटे-छोटे बच्चे भी इसमें पीछे नहीं रहे। किसी ने अपने पिता से तो किसी ने अपनी माँ से रुपये मांगकर राशि एकत्रित करने वालों के हाथों में रुपये थमाए। एक बच्ची सिद्धि ने नारा लगाया, साबुन से हाथ धोना है, कोरोना को भगाना है।
मोहनपुर में यह राशि रामेश्वर शर्मा व सुनील मंथन शर्मा के नेतृत्व में गांव में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एकत्रित की गयी। इस दौरान कोरोना वायरस के फैलने व उससे बचने के उपाय के बारे में भी लोगों को जागरूक किया गया। राशि एकत्रित करने वालों में शिक्षक छोटेलाल शर्मा, पूनम वर्मा, गौतम राणा, संजीव राणा, किशन राणा, अनिल राणा, विकास राणा आदि शामिल थे।
ग्रामीणों ने 5 से लेकर 500 रुपये तक की राशि दान की, जिससे सात हजार रुपये जमा हुए। राशि एकत्रित करने का कार्य तीन दिनों तक किया गया। उसके बाद सोमवार को रामनवमी अखाड़ा के प्रांगण में एक बैठक की गई, जिसकी अध्यक्षता छोटेलाल शर्मा ने की। बैठक में श्री दुर्गा माता शिशु विद्या मंदिर के सचिव तुलो राणा ने कहा कि इस तरह के कार्य से राष्ट्र भक्ति की भावना जागृत होती है और राष्ट्र को मजबूत बनाने की शक्ति मिलती है। रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री केयर फंड में हमलोग एक छोटी सी राशि भेंट कर रहे हैं, लेकिन यह राशि सहयोग और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को बल देती है।
बैठक में राशि को मोहनपुर गांव में ही स्थित झारखण्ड राज्य ग्रामीण बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र से प्रधानमंत्री केयर फंड के एकाउंट में जमा करने का निर्णय लिया गया, ताकि लोगों को यह भी संदेश मिले कि आप जहां हैं, वहीं से इस तरह की राशि प्रधानमंत्री केयर फंड में जमा कर सकते हैं। बैठक के बाद जेआरजीबी के ग्राहक सेवा केंद्र में राशि जमा कर दी गयी। बैठक में उपरोक्त के अलावा बासुदेव राणा, मंतोष राणा, मधु शर्मा, चंद्रदेव राणा, संतोष शर्मा, रंजन रजक, भोला राणा, जगेश्वर राणा, सूदन राणा, कैलाश राणा आदि मौजूद थे।