प्रवासी मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रहा जिला नियंत्रण कक्ष

– जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से जिले के लोगों तथा गिरिडीह जिला के बाहर फंसे हुए नागरिकों की शिकायतों का निष्पादन किया जाता है

अभिनव सिन्हा

गिरिडीह : कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम हेतु राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। कोविड-19 को नियंत्रित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय में जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिसके जरिए जिले के एवं जिले के बाहर फंसे हुए लोगों की शिकायतों का निष्पादन किया जा रहा है। इस संदर्भ में एडीपीओ अभिनव कुमार ने जिला नियंत्रण कक्ष के कार्य पद्धति के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि लॉकडाउन के दरम्यान बाहर के राज्यों में फंसे हुए गिरिडीह जिला के नागरिकों को मदद दिलाने में जिला नियंत्रण कक्ष की काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 28 मार्च 2020 से सुबह 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक जिला नियंत्रण कक्ष संचालित है। प्रत्येक शिफ्ट में 6 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। कंट्रोल रूम हेल्पलाइन नंबर पर प्रवासी श्रमिकों को राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है। कोविड-19 से संबंधित मुख्यमंत्री जनसंवाद से संबंधित शिकायतों विशेषकर खाद्य सामग्री की समस्या से संबंधित शिकायतों के त्वरित निष्पादन हेतु नियंत्रण कक्ष समन्वय क कार्य में भी तत्पर है। 80% से भी अधिक शिकायतों का निष्पादन कराने में नियंत्रण कक्ष की अहम भूमिका रही है। नियंत्रण कक्ष द्वारा पड़ोसी राज्यों से प्रवासी श्रमिकों को उनके वापस आने या ना आने से संबंधित जानकारी भी ली गई है, जिसके अनुसार निर्धारित संख्या में बसों को भेजने की व्यवस्था की योजना बनाई जाती है। वर्तमान में प्रवासी मजदूरों के आगमन की सूचना व्हाट्सएप के माध्यम से नियंत्रण कक्ष को प्राप्त होती है उन गिरिडीह वापस आए मजदूरों की सूची की ऑनलाइन प्रविष्टि नियंत्रण कक्ष से कराई जा रही है। वर्तमान में 10 कंप्यूटर ऑपरेटर कार्य कर रहे हैं। इसके साथ समग्र शिक्षा अभियान एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से भी प्रविष्टि में सहयोग लिया जा रहा है।

14 मई को 5490 प्रवासी मजदूरों की घर वापसी

— 5 मई से जिले के अब तक 27,523 मजदूर/श्रमिक आ चुके हैं, – जिला प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में सैनिटाइज बसों को भेज कर सभी को गृह जिला लाया गया
गिरिडीह : गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में लॉक डाउन की अवधि में जिले के गरीब/श्रमिक/मजदूर जो विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं सभी को उनके गृह जिला लाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज 14 मई को गिरिडीह जिले के 5,490 श्रमिकों को विभिन्न राज्यों और जिलों से बस एवं ट्रेन के माध्यम से उनके गृह जिला लाया गया। बाहर से आने वाले श्रमिक सूरत, गुजरात, तेलंगना, हैदराबाद, बैगलुरू, पलामू एवं अन्य स्थानों से थें। बाहर के राज्यों से आने वालो में आज 5,490 लोग तथा 5 मई से अभी तक गिरिडीह जिला के 27,523 लोग आ चुके हैं। जिला प्रशासन के द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए सभी श्रमिकों को सकुशल गृह जिला लाया गया। गृह जिला आने के पश्चात सभी श्रमिकों के चेहरे पर एक अलग उत्साह देखने को मिला। श्रमिकों ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन को शुक्रिया अदा किया।

– स्वास्थ्य जांच उपरांत सभी को भेजा गया उनके गंतव्य स्थान : जिले में वापस लौट रहे सभी श्रमिकों/मजदूरों का रिसीविंग सेंटर पर आवश्यक स्वास्थ्य जाएं तथा स्वस्थ विभाग का क्वॉरेंटाइन का मुहर लगाकर सभी का निबंधन करते हुए होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश के साथ जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया गया। जिला प्रशासन के द्वारा सभी श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान पहुंचाया गया।

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