शिक्षाविद अवधेश किशोर प्रसाद सिंह का जीवन सफर
गिरिडीह में कई वर्षों तक शैक्षणिक कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बेगूसराय के शिक्षाविद अवधेश किशोर प्रसाद सिंह का 8 मई 2020 को 83 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। गिरिडीह में उनके चाहने वालों के बीच शोक की लहर है। झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ गिरिडीह के साथ अन्य बुद्धिजीवियों ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। सर जेसी बोस गर्ल्स हाई स्कूल गिरिडीह के सहायक शिक्षक मुन्ना कुशवाहा ने भी उन्हें याद करते हुए श्रद्धाजंलि दी है। यहां उनके जीवन सफर को पढ़िए, जिसे लिखा है शिक्षक मुन्ना कुशवाहा ने।
अवधेश किशोर प्रसाद सिंह जीवन सफर
शिक्षाविद अवधेश किशोर प्रसाद सिंह संयुक्त बिहार में राज्य संपोषित उच्च विद्यालय लातेहार के संस्थापक सदस्य प्रधानाध्यापक के रूप में अपने शिक्षक जीवन का सफर आरंभ किया। तत्पश्चात 1962 में राज्य संपोषित उच्च विद्यालय नवडीहा गिरिडीह को प्रधानाध्यापक के पद से शोभित करते हुए सींचा और माध्यमिक विद्यालयों के सरकारीकरण के बाद प्लस टू उच्च विद्यालय गिरिडीह के जीर्णोद्धार के लिए निदेशक द्वारा इनका पदस्थापन गिरिडीह किया गया। उसके बाद शिक्षा की रोशनी जलाते हुए बेंगाबाद उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक के रूप में 30 दिसम्बर 1996 को सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के उपरांत जीवनपर्यंत गांव में अपना जीवन बिताया।
इनका पैतृक गांव बिहार के बेगूसराय जिले का केस आवे है और उन्होंने चार बेटे-बेटियों की संयोग से शादी गिरिडीह में ही की है।
शैक्षणिक रूप से बड़े विद्वान m.a. B.Ed D.Ed के साथ अपने शिक्षक के जीवन रूपी गाड़ी को चलाया। इनका जन्म 3 दिसम्बर 1936 को हुआ था। 8 मई को 2020 को वह दिवंगत हो गए। उनके निधन की सूचना मिलते ही यहां उनके चाहने वालों में शोक व्याप्त हो गया।
उनका संपूर्ण शैक्षिक जीवन गिरिडीह के शैक्षिक उन्नयन को समर्पित रहा। जानकर मानते हैं कि वह एक बहुत ही कर्तव्यपरायण मृदुभाषी और अंग्रेजी के बड़े मर्मज्ञ माने जाते थे। एक शिक्षक होने के नाते ऐसे विद्वान पुरुष की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ गिरिडीह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की। शोक व्यक्त करने वालों में संघ के सुशील कुमार, देवेंद्र प्रसाद सिंह, चंद्रमणि प्रसाद, मोहम्मद अख्तर अंसारी, मनोज रजक, शमा परवीन, शिक्षक मुन्ना कुशवाहा और संघ के तमाम शिक्षक शिक्षिकाओं ने शोक व्यक्त किया है और इनकी आत्मा को ईश्वर शांति दे इसकी कामना की।